भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्था लिमिटेड (इरेडा) ने आज ब्रह्मपुत्र वैली फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीवीएफसीएल) के साथ अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करने और धन जुटाने में अपनी तकनीकी-वित्तीय विशेषज्ञता प्रदान करने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। ये दोनों कंपनियां क्रमशः नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम हैं।
समझौता ज्ञापन पर इरेडा के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) श्री प्रदीप कुमार दास और बीवीएफसीएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. सिबा प्रसाद मोहंती ने इरेडा के निदेशक (तकनीकी) श्री चिंतन शाह तथा इरेडा के सीएफओ डॉ आरसी शर्मा व अन्य वरिष्ठ अधिकरियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
समझौते के तहत, इरेडा बीवीएफसीएल के लिए अक्षय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, हरित अमोनिया, ऊर्जा दक्षता और संरक्षण परियोजनाओं का तकनीकी-वित्तीय उचित क्रियान्वयन करेगा। इरेडा अगले 5 वर्षों तक अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को बनाने और निर्धारित लक्ष्य हासिल करने के लिए एक कार्य योजना विकसित करने में बीवीएफसीएल की सहायता करेगा।
इरेडा के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री प्रदीप कुमार दास ने एमओयू पर हस्ताक्षर करते हुए कहा कि इरेडा का मानना है कि यह सहयोग बीवीएफसीएल जैसी रासायनिक और उर्वरक क्षेत्र की अन्य कंपनियों को कार्बन उत्सर्जन में कटौती तथा पर्यावरण के अनुकूल होने के लिए प्रेरित करेगा। यह इरेडा के लिए हरित ऊर्जा के जरिये पूर्वोत्तर भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का एक माध्यम है।