- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई), वायदा कारोबार से जुड़ी एक संस्था फ्यूचर इंडस्ट्री एसोसिएशन (एफआईए) द्वारा आंकड़ों के मुताबिक अनुबंधों की संख्या के लिहाज से सीएमई समूह को 2019 में पीछे छोड़कर विश्व की सबसे बड़ा डेरिवेटिव (वायदा) एक्सचेंज बन गई।
- वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंज (डब्ल्यूईएफ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक नकदी इक्विटी खंड में कारोबार की संख्या के लिहाजसे भी एनएसई वैश्विक स्तर पर तीसरे स्थान पर रही।
- वर्ष 2021 में एनएसई पर कुल पंजीकृत निवेशकों की संख्या लगभग 5.5 करोड़ पर पहुंच गयी।
- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया की स्थापना 1992 में हुई थी।
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