प्रतिदिन 10 प्रश्न और उत्तर (Q & A),(11-07-2022)

प्रश्न-


1. ठण्ड के दिनों में लोहे के गुटकों और लकड़ी के गुटकों को प्रात: काल छुएं तो लोहे का गुटका ठण्डा लगता है, क्योंकि-
(a) लोहे के गुटके का ताप लकड़ी के गुटके से कम होता है
(b) लकड़ी की तुलना में लोहा ऊष्मा का अच्छा चालक है
(c) लकड़ी की तुलना में लोहा ऊष्मा का खराब चालक है
(d) लोहे का गुटका लकड़ी से भारी होता है

2. शुष्क जलवायु के लिए भली-भाँति अनुकूलित पेड़-पौधों को कहते हैं -
(a) अधिपादप (b) मरुदभिद्  
(c) जलोदभिद् (d) मध्यपादप

3. स्तनधारियों का उद्भव किस काल में हुआ-
(a) ट्राइएसिक (b) जुरासिक 
(c) क्रिटेशियस (d) पर्मियन

4. ``पेस मेकर'' निम्न में से किस नाम से भी जाना जाता है?
(a) एस.ए. नोड्स
(b)  ए.वी. नोड्स
(c)  हिस की पोटली
(d) कॉरडे टेन्डाइनल

5. स्त्रियों में रजोनिवृत्ति के पश्चात् निम्न में से किस हार्मोन का उत्पादन समाप्त हो जाता है?
(a) प्रोजेस्टेरोन (b) टेस्टोस्टेरोन
(c) एस्ट्रोजन (d) इनमें से कोई नहीं

6. फिजिकल और नेटवर्क लेयर के बीच कौन-सी लेयर पाई जाती है?
(a) डाटािंलक लेयर
(b) ट्रांसपोर्ट लेयर
(c) सेशन लेयर
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं

7. गायत्री मंत्र के नाम से प्रसिद्ध मंत्र सर्वप्रथम किस ग्रन्थ में मिलता है?
(a) भगवद् गीता (b) अथर्ववेद
(c) ऋग्वेद (d) मनुस्मृति

8. उत्तर वैदिक युग में उत्तरी बिहार के आर्यीकरण का श्रेय किसे जाता है -
(a) विदेह माधव (b) इन्द्र
(c) मद्रास (d)  अग्नि

9. ``आजीवक'' सम्प्रदाय के संस्थापक थे─
(a) आनन्द (b) राहुलोभद्र
(c) मक्खलि गोशाल (d) उपाली

10. अजंता की कला को इनमें से किसने प्रश्रय (सहायता) दिया?
(a) चालुक्य (b) पल्लव
(c) वाकाटक (d) गंगा


उत्तर-



1. (B) लोहा ऊष्मा का सुचालक होता है, इसके विपरीत लकड़ी ऊष्मा का कुचालक होती है। प्रात:काल में मौसम ठंडा होता है। ठंड के कारण लोहा ऊष्मा का सुचालक होने के कारण बहुत ठंडा हो जाता है और लकड़ी कुचालक होने के कारण कम ऊष्मा का निष्कासन कर ठंडी होती है क्योंकि इसमें उâष्मा का संचरण नहीं होता है। यही कारण है कि लोहा छूने से लकड़ी की अपेक्षा अधिक ठंडा लगता है। 

2. (B) शुष्क जलवायु से अनुकूलित पौधे मरुद्भिद कहे जाते हैं, जबकि जल में रहने वाले पौधे जलोद्भिद् कहे जाते हैं।

3. (A) स्तनधारियों का उद्भव पर्मियन युग में हुआ था। ट्रिआसिक काल वस्तुत: ‘रेंगने वाले जीवों का युग’ माना जाता है। हालांकि निम्न कोटि के स्तनियों की उत्पत्ति इसी काल में हुआ। जुरैसिक काल सरीसृपों का काल कहा जाता है, इसी काल में डायनासोरों का उद्भव हुआ। क्रिटैशियस काल में कुछ स्तनधारियों और पक्षियों तथा फूल वाले पौधों का उद्भव हुआ। 

4. (A) पेस मेकर एक कृत्रिम यन्त्र है। यह यन्त्र हृदय की असामान्य गति को सामान्य बनाने के काम आता है। प्राकृतिक रूप से हृदय में साइनोएट्रिअल नोड (एस.ए. नोड्स) पेस मेकर का कार्य करता है और इससे हृदय की साधारण गति 72-80 प्रति मिनट बनी रहती है लेकिन यदि किसी कारण से हृदय की गति 30-40 प्रति मिनट हो जाती है तो कृत्रिम पेस मेकर की सहायता से इस गति को बढ़ाया जाता है। ए.बी. नोड को पेस सेटर कहते हैं।

5. (C) पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन पाया जाता है जो शुक्राणुओं के निर्माण तथा चलनशीलता के लिए आवश्यक होते हैं। इसकी कमी से नपुंसकता हो सकती है। महिलाओं में मुख्य हार्मोन एस्ट्रोजन तथा प्रोजेस्टेरोन हैं, जो मादा के द्वितीयक लैंगिक अंगों के वृद्धि के लिए उत्तरदायी होते हैं। प्रोजेस्टेरोन गर्भावस्था के बाद महीनों में स्रावित होता है। स्त्रियों में रजोनिवृत्ति के बाद एस्ट्रोजन का उत्पादन समाप्त हो जाता है।

6. (A) नेटवर्किंग फ्रेमवर्क के OSI मॉडल में 7 लेयर पायी जाती है जिनका क्रम निम्न है–
फिजिकल लेयर– डाटा लिंक लेयर-नेटवर्क लेयर-ट्रांसपोर्ट लेयर-सेसन लेयर– प्रजेंटेशन लेयर- अप्लीकेशन लेयर।
अत: फिजिकल और नेटवर्किंग लेयर के बीच डाटा लिंक लेयर पायी जाती है। 

7. (C) चारों वेदों में सर्वाधिक प्राचीन ऋग्वेद है। ऋग्वेद अर्थात् ऐसा वेद जो ऋचाओं में बद्ध हो। इस वेद में कुल 10 मण्डल एवं 1028 सूक्त हैं। इसके तीसरे मण्डल में गायत्री मंत्र का उल्लेख मिलता है, जो सूर्य देव को समर्पित है। अथर्ववेद, अथर्वा ऋषि द्वारा रचित है। इसमें कुल 20 अध्याय एवं 730 सूक्त हैं। मनुस्मृति से उस समय के भारत के बारे में राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक जानकारी मिलती है। भगवद् गीता मूलत: श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिये गये उपदेश का सार है जो निष्काम कर्म को ही प्रमुखता प्रदान करता है। यह महाभारत के भीष्म पर्व का भाग है। गायत्री मंत्र ऋग्वेद के तृतीय मंडल से जुड़ा है जिसके रचयिता ऋषि विश्वामित्र को माना जाता है।

8. (A) उत्तर वैदिक युग में उत्तरी बिहार के आर्यीकरण की कथा शतपथ ब्राह्मण में दी गयी है। इसके अनुसार विदेह माधव अपने पुरोहित गौतम राहुगण के साथ सदानीरा (आधुनिक गण्डक) के तट तक गया एवं उसका आर्यीकरण किया था।

9. (C) मक्खलिपुत्त गोशाल पहले महावीर के शिष्य थे किन्तु बाद में मतभेद हो जाने पर उन्होंने महावीर का साथ छोड़कर `आजीवक' नामक स्वतंत्र सम्प्रदाय स्थापित किया। आजीवक सम्प्रदाय लगभग 1002 ई. तक बना रहा। इनका मत नियतिवाद (भाग्यवाद) कहा जाता है, जिसके अनुसार संसार की प्रत्येक वस्तु भाग्य द्वारा पूर्व नियाqन्त्रत एवं संचालित होती है। मनुष्य के जीवन पर उसके कर्मों का कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता। महावीर के समान गोशाल भी ईश्वर की सत्ता में विश्वास नहीं करते थे तथा जीव और पदार्थ को अलग─अलग तत्व मानते थे।

10. (C) अजंता की कला को वाकाटकों ने प्रश्रय (सहायता) दिया था। वे तत्कालीन शक्तिशाली गुप्त वंश के समकालीन थे। वाकाटक नरेश प्रवरसेन प्रथम ने चार अश्वमेध यज्ञ किए थे। बौद्ध गुहा मंदिरों में अजंता (औरंगाबाद, महाराष्ट्र) तथा बाघ (ग्वालियर के समीप, मध्य प्रदेश) की गुफाएं महत्वपूर्ण हैं। अजंता गुफाओं का पता जान स्मिथ महोदय ने लगाया। यहाँ कुल 29 गुफाएँ हैं जिनमें 5 चैत्य हैं। सभी गुफाओं में चित्र बने थे किंतु गुफा संख्या 1, 2, 9, 10, 16, 17 के चित्र ही   अवशिष्ट हैं।

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