- एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल अमोघा-3 के भूमि संस्करण का सफल परीक्षण किया गया।
- रक्षा कंपनी भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) ने 'आत्मनिर्भर भारत' को बढ़ावा देने के लिए तीसरी पीढ़ी की मैन पोर्टेबल अमोघा-3 मिसाइल विकसित की है, जिसका 28 मार्च को परीक्षण किया गया था।
- इस मिसाइल ने अन्य एंटी टैंक मिसाइलों की तरह ही अपने निर्धारित टारगेट को हिट किया।
- हैदराबाद की रक्षा कंपनी भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) ने तीसरी पीढ़ी के मैन पोर्टेबल अमोघा-3 को डिजाइन किया है।
- इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (IGMDP) के तहत इस स्वदेशी मिसाइल को विकसित किया गया है।
- बीडीएल के मुताबिक तीसरी पीढ़ी की मिसाइल का उत्पादन तीन वर्जन में किया जाएगा, जिसमें लैंड, एयर-लॉन्च और पोर्टेबल वर्जन होगा।
- भूमि संस्करण के इस परीक्षण में मिसाइल के इंफ्रारेड 'थर्मल इंटेलिजेंट विजन' का इस्तेमाल अपने लक्ष्य को भेदने के लिए किया गया है।
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