- भारत का पहला एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट (XPoSat) श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) द्वारा लॉन्च किया जाएगा।
- इसका उद्देश्य तीव्र एक्स-रे स्रोतों के ध्रुवीकरण की जांच करना है।
- हालाँकि, भारत में अंतरिक्ष-आधारित एक्स-रे खगोल विज्ञान स्थापित हो चुका है।
- यह मुख्य रूप से इमेजिंग, टाइम-डोमेन अध्ययन और स्पेक्ट्रोस्कोपी पर केंद्रित है, आगामी XPoSat मिशन इसमें एक प्रमुख मूल्यवर्धन का प्रतीक है।
- यह शोध, पारंपरिक समय और आवृत्ति डोमेन अध्ययनों को पूरक करते हुए, एक्स-रे खगोल विज्ञान में एक नया आयाम पेश करता है, जो वैज्ञानिक समुदाय के भीतर प्रत्याशा और उत्साह पैदा करता है।
- दो वैज्ञानिक पेलोड ले जाने वाले XPoSat अंतरिक्ष यान को पृथ्वी की निचली कक्षा से अवलोकन के लिए नामित किया गया है।
- इन दो पेलोड के नाम POLIX (पोलारिमीटर इंस्ट्रूमेंट इन एक्स-रे) और XSPECT (एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोपी एंड टाइमिंग) हैं।
- इन दो पेलोड के साथ, XPoSat मिशन उज्ज्वल एक्स-रे स्रोतों की अस्थायी, वर्णक्रमीय और ध्रुवीकरण विशेषताओं का एक साथ अध्ययन करने में सक्षम है।
Tags:
वैज्ञानिक परिदृश्य