- नीति आयोग ने भारत में राज्यों के राजकोषीय स्वास्थ्य की समझ को बेहतर बनाने के लिए राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक (एफएचआई) पहल विकसित की।
- एफएचआई विश्लेषण में अठारह प्रमुख राज्य शामिल हैं, जो भारत की जीडीपी, जनसांख्यिकी, कुल सार्वजनिक व्यय, राजस्व और समग्र राजकोषीय स्थिरता में उनके योगदान के संदर्भ में, भारतीय अर्थव्यवस्था को संचालित करते हैं।
- ओडिशा सूचकांक में शीर्ष पर रहा, उसके बाद छत्तीसगढ़, गोवा, झारखंड और गुजरात का स्थान रहा।
- चूंकि राज्य लगभग दो-तिहाई सार्वजनिक व्यय और कुल राजस्व के एक-तिहाई के लिए जिम्मेदार हैं, इसलिए उनका राजकोषीय प्रदर्शन देश की समग्र आर्थिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।
- नीति आयोग ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) के डेटा का उपयोग करके समग्र राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक विकसित किया है।
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