- 16 मार्च, 2021 को ‘एशिया और प्रशांत आर्थिक एवं सामारिक आयोग (ESCAP) द्वारा ‘एशिया-प्रशांत सतत विकास लक्ष्य प्रगति रिपोर्ट, 2012’ जारी की गई।
- यह रिपोर्ट एशिया-प्रशांत क्षेत्र एवं इसके पांच उपक्षेत्रों में १७ सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की वर्तमान प्रगति और 169 लक्ष्यों की अपेक्षित प्रगति का साक्ष्य प्रस्तुत करती है।
- इस रिपोर्ट में सतत विकास लक्ष्यों की क्षेत्रीय प्रगति पर पड़ने वाले कोविड-19 के प्रभावों का भी आकलन किया गया है।
- रिपोर्ट के अनुसार, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में वर्ष 2030 तक 17 सतत विकास लक्ष्यों में से किसी एक की प्राप्ति की प्रगति संतोषजनक नहीं है।
- यह क्षेत्र वर्तमान गति पर सतत विकास लक्ष्यों का मात्र 10% प्राप्त कर सकता है।
- एशिया-प्रशांत क्षेत्र ने अच्छा स्वास्थ्य एवं कल्याण (लक्ष्य 3) और उद्योग, नवाचार तथा अवसंरचना (लक्ष्य 9) में सर्वाधिक प्रगति की है।
- गरीबी उन्मूलन (लक्ष्य 1), शून्य भूखमरी (लक्ष्य 2), गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (लक्ष्य 4) और असमानता में कमी (लक्ष्य 10) में इस क्षेत्र में कुछ प्रगति की है।
- पांच एशिया-प्रशांत उपक्षेत्रों की १७ सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति की प्रगति भी संतोषजनक नहीं है।
- पूर्व एवं उत्तर-पूर्व एशिया की गरीबी उन्मूलन और सभी को स्वच्छा जल एवं स्वच्छता उपलब्ध कराना (लक्ष्य 6) में प्रगति संतोषजनक है।
- स्थायी उद्योग एवं नवाचार में दक्षिण-एशिया की प्रगति अच्छी है।
- कोविड-19 के कारण 14 एशिया-प्रशांत देशों में मातृ मृत्यु दर (MMR) में वृद्धि हो सकती है।
- एशिया-प्रशांत क्षेत्र में बहुआयामी गरीब व्यक्तियों की वर्तमान संख्या 640 मिलियन है जो कि कोविड-19 के कारण अतिरिक्त 636 मिलियन बहुआयामी गरीब व्यक्तियों के जुड़ने से दोगुनी हो जाएगी।
- इस क्षेत्र में वर्ष 2019 की तुलना में 2020 में बेरोजगारी में 15 मिलियन की वृद्धि हुई।
- एशिया-प्रशांत के लगभग आधे देशों में वर्ष 2020 में नकारात्मक आर्थिक वृद्धि दर्ज की गई।
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