- जनवरी, 2021 में भारत सरकार के विज्ञाान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के स्वायत्त संस्थान श्री चित्रा तिरुनाल आयुर्विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिवेन्द्रम ने पुणे स्थित बायोरेड मेडिसिस के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- यह समझौता दो जैवचिकित्सा प्रत्यारोपण उपकरणों, नामत: आट्रीयल सेप्टल डिफेक्ट अक्लूडर और इंट्रक्रेनियल फ्लो डायवर्टर स्टेंट के लिए किय गया।
- उक्त दोनों स्टेंट का विकास बायोरेड मेडिसिस ने राष्ट्रीय वांतरिक्ष प्रयोगशालाएं ((NAL), बंगलुरू की भागीदारी में सुपरइलेस्टिक नीतिनॉल (NiTiNOL) मिश्र धातुओं के उपयोग से किया गया है।
- आट्रीयल सेप्टल डिफेक्ट अक्लूडर स्टेंट का उपयोग हृदय के छिद्र के उपचार के लिए किया जाएगा।
- इंट्रक्रेनियल फ्लो डायवर्टर स्टेंट का निर्माण भारत में पहली बार किया गया है जिसका उपयोग मस्तिष्क धमनियों के सूजन के उपचार में किया जाएगा।
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