1. निम्नलिखित में से कौन-सा अनुच्छेद भारत में बाल श्रम के उन्मूलन का प्रावधान करता है?
(a) 16 (b) 17
(c) 25 (d) 24
Ans. (D) : भारतीय संविधान के अनुच्छेद 24 में बाल श्रम के उन्मूलन से संबंधित प्रावधान है। इसके तहत 14 वर्ष से कम आयु वाले के किसी बच्चे को कारखानों, खानों या अन्य किसी जोखिम भरे काम पर नियुक्त नहीं किया जा सकता है। इसका उद्देश्य कम आयु के बच्चों के स्वास्थ्य एवं जीवन की रक्षा करना तथा उन्हें शोषण से बचाना है।
2. अधिकांश भारतीय लिपियाँ निम्नलिखित में से किस लिपि से विकसित हुई हैं?
(a) संस्कृत (b) ब्राह्मी
(c) यूनानी (d) द्रविड
Ans. (B) : ब्राह्मी भारत की प्राचीन लिपि है। इसका प्रयोग सम्राट अशोक के शिलालेखों में हुआ हैं। ब्राह्मी लिपि से कई एशियाई लिपियों का विकास हुआ है। देवनागरी सहित अन्य दक्षिण एशियाई, दक्षिण-पूर्व एशियाई, तिब्बती तथा कोरियाई लिपि का विकास भी इसी लिपि से हुआ है।
3. निम्नलिखित में से कौन-से विटामिन हमारी त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में सहायता करते हैं?
(a) विटामिन-ए (b) विटामिन-सी
(c) विटामिन-बी12 (d) विटामिन-ई
Ans. (D) : विटामिन एक कार्बनिक यौगिक है, जो शरीर के उपापचय के लिए आवश्यक है। विटामिन A, D, E, K वसा में घुलनशील तथा B और C जल में घुलनशील है। विटामिन-ई त्वचा को स्वस्थ बनाये रखने में सहायक होता है। विटामिन-ई का स्रोत पत्ती वाली सब्जियाँ, दूध, मक्खन, अंकुरित अनाज आदि है।
4. भोजनीय रेशे हमारे दैनिक भोजन में अत्यधिक वांछित हैं, क्योंकि :
(a) अतिरिक्त प्रोटीन उपलब्ध कराने के लिए
(b) अग्नाशय द्वारा स्रावित इंसुलिन को संतुलित करने के लिए
(c) हमारे शरीर को अपचित भोजन से छुटकारा दिलाने में सहायता करने के लिए
(d) थकान कम करने के लिए
Ans. (C) : आहारीय रेशा, आहार में उपस्थित रेशेयुक्त तत्व हैं। ये हमारे शरीर के अपचित भोजन से छुटकारा दिलाने में सहायक तथा मूल रूप से पाचन क्रिया सुचारु बनाने का कार्य करते है। रेशे युक्त आहार मुख्य रूप से मक्का, केला, सेब, मूली, प्याज आदि है।
5. निम्नलिखित में से विभिन्न क्षेत्रों की प्रसंस्करण क्रियाएँ हैं। उन्हें उनके कच्चे पदार्थों से मिलाइए।
A. ओटाई 1. भेड़ की ऊन
B. संशोषण 2. कपास
C. चीरना 3. चमड़ा
D. लच्छे बनाना 4. रेशम
नीचे दिये गये सही कूट चुनिए।
A B C D
(a) 3 2 4 1
(b) 2 3 1 4
(c) 2 3 4 1
(d) 4 3 1 2
Ans.(B) : सही सुमेलन इस प्रकार है–
प्रसंस्करण क्रियाएँ कच्चे पदार्थ
ओटाई – कपास
संशोषण – चमड़ा
चीरना – भेड़ की ऊन
लच्छे बनाना – रेशम
6. संघनन प्रक्रिया से संदर्भित है:
(a) जल का जलवाष्प में परिवर्तित होना।
(b) जलवाष्प का ठोस रूप में परिवर्तित होना।
(c) जल का ठोस रूप में परिवर्तित होना।
(d) जलवाष्प का इसके द्रव रूप में परिवर्तित होना।
Ans. (D) : जल की गैसीय अवस्था के तरल या गैस अवस्था में परिवर्तन को संघनन कहते है। यह तापमान में कमी तथा वायु की सापेक्ष आद्र्रता पर निर्भर करता है।
7. पौधों में, वह प्रक्रिया जिसमें जल, जलवाष्प के रूप में पत्तियों से बाहर आता है, .............. कहलाता है।
(a) आचमन (b) परासरणीय दाब
(c) वाष्पोत्सर्जन (d) श्यानता
Ans.(C) : पादपों के वायवीय भागों द्वारा जल, जलवाष्प के रूप में बाहर निकलता है, इस प्रक्रिया को वाष्पोत्सर्जन कहते है। वाष्पोत्सर्जन मुख्यत: पर्णरन्ध्रों द्वारा होता है। वाष्पोत्सर्जन के कारण पौधों का ताप सामान्य बना रहता है तथा जड़ द्वारा अवशोषित जल पौधों के समस्त भागों में वितरित हो जाते हैं।
8. निम्नलिखित पर विचार करें।
1. जल 2. CO2
3. सौर प्रकाश 4. क्लोरोप्लास्ट
उपर्युक्त तत्वों में से प्रकाश संश्लेषण के होने के लिए वांछित है:
(a) 1, 2 और 3 (b) 2, 3 और 4
(c) 2 और 3 केवल (d) ये सभी
Ans. (D) : प्रकाश संश्लेषण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पौधे सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में पत्ती एवं हरे भागों में मौजूद क्लोरोफिल की सहायता से पानी और कार्बन डाई ऑक्साइड को संश्लेषित करके अपने भोजन को तैयार करते हैं। पानी और कार्बन डाई ऑक्साइड कच्चे माल के रूप में उपयोग किये जाते हैं जबकि पेड़ पौधों को यह भोजन सुक्रोज, ग्लूकोज और स्टार्च के रूप में प्राप्त होता है।
9. निम्नलिखित में से कौन-सा कोशिका निकाय कोशिका में प्रोटीन के संश्लेषण के लिए उत्तरदायी है?
(a) गॉल्जी संरचना (b) राइबोसोम
(c) लाइसोसोम (d) केन्द्रक
Ans. (B) : राइबोसोम, राइबोन्यूक्लिक एसिड अम्ल व प्रोटीन की बनी होती है। यह प्रोटीन संश्लेषण के लिए उपयुक्त स्थान प्रदान करती है। यह प्रोटीन का उत्पादन स्थल है इसलिए इसे ‘प्रोटीन की फैक्ट्री’ भी कहा जाता है।
10. सहजीवी संबंध के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा उदाहरण है?
(a) शैवाल-लाइकेन
(b) पादप मूल-राइजोबियम जीवाणु
(c) दोनों सही हैं
(d) दोनों गलत हैं
Ans. (C) : माइकोराइजा कवक तथा जीवाणु पादपों की जड़ो के बीच एक परस्पर सहजीवी सम्बन्ध होता हैं। इस प्रकार के सहजीवी सम्बन्ध में कवक, पौधों की जड़ों पर आश्रित होते है। पादप कार्बनिक अणु (शर्करा) कवक को प्रदान करता है जबकि कवक जल तथा खाद्य पदार्थ पादप को प्रदान करता है। कवक तथा शैवाल मिलकर लाइकेन बनाते है। कवक तथा शैवाल भी सहजीवी संबंध के उदाहरण है। सहजीवन में दो जीवों का परस्पर लाभकारी संबंध होता है।
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