प्रश्न-
1. किस मध्यकालीन शासक ने उद्घोषित किया था कि ‘राजत्व ही बन्धुत्व है’ तथा ‘बन्धुत्व ही राजत्व’ है?
(a) नसीरुद्दीन महमूद (b) खुसरो शाह
(c) फिरोज शाह तुगलक (d) बहलोल लोदी
2. अकबर के दरबार के महानतम चित्रकारों में से एक, जिसे बादशाह ने टकसाल का अधिकारी नियुक्ति किया, कौन था?
(a) बसावन (b) केशव
(c) मुकुन्द (d) दसवन्त
3. रोशन अख्तर किसका दूसरा नाम था?
(a) अहमदशाह (b) मुहम्मद शाह
(c) जहाँदार शाह (d) शाह आलम
4. मराठा प्रशासन के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म सुमेलित है?
(a) सुमन्त विदेश सम्बन्धी मामले
(b) पेशवा राज्य पत्र व्यवहार
(c) सचिव महलों-परगनों का हिसाब
(d) अमात्य युद्ध नीति
5. निम्न प्रश्न में दो वक्तव्य हैं, एक को `कथन (A)' तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है। इन दोनों वक्तव्यों का सावधानीपूर्वक परीक्षण कर इसका उत्तर नीचे दिए हुए कूट की सहायता से चुनिए—
कथन (A) : शाह आलम द्वितीय ने साम्राज्य के प्रारम्भिक वर्ष में अपनी राजधानी से दूर व्यतीत किए।
कारण (R) : उत्तर-पश्चिम सीमान्त में विदेशी आक्रमण का भय लगा रहता था।
कूट :
(a) A और R दोनों सही हैं तथा R, A का सही स्पष्टीकरण है
(b) A और R दोनों सही हैं किन्तु R, A का सही स्पष्टीकरण नहीं है
(c) A सही है, लेकिन R गलत है
(d) A गलत है, लेकिन R सही है
6. निम्नलिखित में से किन आधारों पर 1851 ई. में बाजीराव द्वितीय की मृत्यु के बाद लॉर्ड डलहौजी ने नाना साहब के 8 लाख रुपये सालाना पेन्शन के दावे को नामंजूर कर दिया था?
1. नाना साहब बाजीराव द्वितीय का लड़का नहीं था।
2. नाना साहब की अंग्रेजों के शत्रुओं से साठगांठ थी
3. पेन्शन की मंजूरी वंशानुगत नहीं थी
4. बाजीराव द्वितीय की सम्पत्ति परिवार के भरण-पोषण के लिए पर्याप्त थी।
कूट :
(a) 1, 2 (b) 2, 3
(c) 3, 4 (d) 1, 3
7. निम्नलिखित में से किसका नाम 1857 के विद्रोह से नहीं जुड़ा है?
(a) कर्नल सेट लेगर
(b) लेफ्टिनेन्ट कर्नल गिब्बस
(c) कर्नल वैलेस
(d) उपरोक्त सभी
8. भारतवर्ष का सर्वप्रथम किसान आंदोलन था -
(a) चंपारन (b) बारदोली
(c) बेगू (d) बिजोलिया
9. निम्नलिखित में से कौन कथन दादाभाई नौरोजी के विषय में सत्य नहीं है?
(a) उन्होंने `पावर्टी एण्ड अनब्रिटिश रुल इन इंडिया' पुस्तक लिखी थी
(b) उन्होंने गुजराती के प्रोपेâसर के रूप में यूनिर्विसटी कालेज लंदन में कार्य किया था
(c) उन्होंने बम्बई में महिला शिक्षा की नींव रखी थी
(d) वे ब्रिटिश र्पािलयामेन्ट के सदस्य के रूप में अनुदारवादी पार्टी के टिकट पर चुने गये थे
10. महात्मा गांधी ने कहा था कि उनकी कुछ सबसे गहन धारणाएं ``ऑनटू दिस लास्ट'' नामक पुस्तक में प्रतििंबबित होती हैं और इस पुस्तक ने उनके जीवन को बदल डाला। इस पुस्तक का वह संदेश क्या था जिसने महात्मा गांधी को बदल डाला?
(a) सुशिक्षित व्यक्ति का यह नैतिक दायित्व है कि वह शोषित तथा निर्धनों का उत्थान करे
(b) व्याqक्त का कल्याण सब के कल्याण में निहित है
(c) उच्च जीवन के लिए ब्रह्मचर्य तथा आध्यात्मिक चिंतन अनिवार्य है
(d) इस संदर्भ में सभी उपर्युक्त (a), (b) तथा (c) कथन सही हैं
उत्तर-
1. (D): जब अलाउद्दीन आलमशाह ने स्वेच्छापूर्वक दिल्ली का शासन त्याग दिया तत्पश्चात् बहलोल लोदी गाजी के नाम से दिल्ली के सिंहासन पर बैठा और प्रथम अफगान साम्राज्य की नींव डाली। बहलोल लोदी ने ही उद्घोषित किया था कि-‘राजत्व ही बन्धुत्व है’ तथा ‘बन्धुत्व ही राजत्व है।’
2. (D): दसवन्त, जाति का कहार था तथा अकबर ने उसे टकसाल में एक पद भी प्रदान किया था, किन्तु कुछ समय बाद उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया और उसने आत्महत्या कर ली। अब्दुलसमद को अकबर ने मुल्तान का दीवान नियुक्त किया था। अकबर के दरबार में अनेक कुशल चित्रकार थे। अबुल फजल ने अपनी रचना आइने-अकबरी में चित्रकारों के नाम इस प्रकार दिये हैं - मीर सैय्यद अली, ख्वाजा अब्दुल समद, फर्रुख कलम, मिस्कीन, दसवन्त, बसावन, केशवलाल, मुकुन्द, जगन्नाथ, माधव, महेश, खेमकरन, तारा, सानवाला, हरिवंश, राम इत्यादि।
3. (B): रफी-उद-द्दौला की मृत्यु के बाद सैयद बन्धुओं ने रौशन अख्तर को `मुहम्मद शाह' के नाम से मुगल सिंहासन पर बिठाया। इसके विषय में कहा जाता है कि इससे पहले दिल्ली के सिंहासन पर उससे अधिक लापरवाह सम्राट कभी नहीं बैठा था। मुहम्मद शाह 17 वर्ष का युवा बालक था जिसने अपना अधिकांश समय महल की चारदीवारी में हरम के हिजड़ों तथा औरतों के साथ बिताया था। किसी ने उसकी शिक्षा पर ध्यान नहीं दिया था क्योंकि किसी ने यह सोचा भी न था कि वह दिल्ली सिंहासन पर बैठेगा। सार्वजनिक मामलों के प्रति उसकी उदासीनता और सुरा-सुंदरी में तल्लीनता के कारण उसे मुहम्मदशाह `रंगीला' कहा जाता था।
4. (A) : शिवाजी की सहायता के लिए एक एक मंत्रिमण्डल था, जिसे अष्ट प्रधान के नाम से जाना जाता था। ये राजा के सलाहकार थे, लेकिन राजा सलाह को मानने के लिए बाध्य नहीं था। ये अष्ट प्रधान निम्नलिखित थे─
(1) पेशवा─यह राजा का प्रधानमंत्री होता था। इसका कार्य सम्पूर्ण राज्य के शासन की देखभाल करना था।
(2) मजमूदार या अमात्य─यह वित्त एवं राजस्व मंत्री होता था। इसका मुख्य कार्य आय-व्यय के सभी लेखों की जांच करना था।
(3) वाकियानवीश अथवा मंत्री ─यह राजा के दैनिक कार्यों की देख-भाल करता था।
(4) दबीर (सुमन्त)─यह विदेशमंत्री होता था।
(5) सुरनवीस अथवा सचिव─यह राजकीय पत्र व्यवहार का कार्य करता था।
(6) पंडितराव─यह विद्वानों तथा धार्मिक कार्यों के लिए दिये जाने वाले अनुदानों को देखता था।
(7) सेनापति या सर-ए-नौबत─यह सेना की भर्ती, संगठन तथा रसद का प्रबंध करता था।
(8) न्यायाधीश─यह प्रधान न्यायाधीश होता था।
5. (B): वजीर इमादुलमुल्क द्वारा आलमगीर द्वितीय की हत्या के पश्चात् अलीगौहर ‘शाहआलम द्वितीय’ की उपाधि से गद्दी पर बैठा। परंतु मुगल सम्राट इतना शक्तिहीन हो गया था कि यह 12 वर्षों बाद मराठों की सहायता से ही 1772 ई. में दिल्ली में प्रवेश कर सका। अत: प्रथम कथन सही है। साथ ही उत्तरवर्ती मुगल काल में उत्तर-पश्चिम सीमांत में विदेशी आक्रमण का भय सदा बना रहा जो नादिरशाह व अहमद शाह अब्दाली के रूप में समय-समय पर प्रकट भी हुआ। परंतु शाह आलम द्वितीय के दिल्ली से दूर रहने का कारण रूहेला सरदार नजीबुद्दौला, उसके पुत्र जाब्ता खाँ और पोता गुलाम कादिर का खौफ था। गुलाम कादिर ने अंततोेगत्वा 1788 ई. में राजमहल में प्रवेश कर शाहआलम द्वितीय की आँखे निकलवा दी।
6. (D): 1851 ई. में बाजीराव द्वितीय की मृत्यु के बाद लार्ड डलहौजी ने उसके दत्तक पुत्र नाना साहब के 8 लाख रु. सालाना पेंशन के दावे को नामंजूर कर दिया क्योंकि पेंशन निजी तौर पर बाजीराव द्वितीय को दी गयी थी। पेंशन की मंजूरी वंशानुगत नही थी।
7. (D): उपरोक्त में से कोई भी व्यक्ति 1857 के विद्रोह से नही जुड़ा है। 1857 के विद्रोह से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण केन्द्र, नेता एवं उनसे सम्बन्धित ब्रिटिश दमनकर्ताओं की सूची निम्न प्रकार है-
विद्रोह का केन्द्र विद्रोह नेता - दमनकर्ता
दिल्ली बहादुर शाह द्वितीय निकोलसन हडसन
कानपुर नाना साहब, तात्या टोपे कॉलिन कैंपबेल
लखनऊ बेगम हजरत महल, बिरजिस कादिर कॉलिन कैंपबेल
झांसी रानी लक्ष्मीबाई जनरल ह्यूरोज
जगदीशपुर कुँवर सिंह विलियम टेलर विसेट आयर
इलाहाबाद लियाकत अली कर्नल नील
फैजाबाद मौलवी अहमदुल्लाह जनरल कॉलिन कैंबेल
8. (D): प्रश्नगत विकल्पों में दिए गए किसान आन्दोलनों में सबसे प्राचीन बिजोलिया आन्दोलन था। मेवाड़ रियासत के बिजौलिया (वर्तमान भीलवाड़ा जिले में स्थित) में 1857 में प्रारंभ हुआ
9. (D): नौरोजी 1892 में उदारवादी दल की ओर से ब्रिटिश पार्लियामेंट के सदस्य के रूप में चुने गए थे। इसके अतिरिक्त वे लंदन विश्वविद्यालय में गुजराती के प्रोपेâसर जबकि एलपिंâस्टन कालेज में गणित के प्रोफेसर के रूप में कार्य किया था। वे ब्रिटिश पार्लियामेंट में चुने जाने वाले प्रथम भारतीय थे। ‘‘पावर्टी एण्ड अन–ब्रिटिश रूल इन इंडिया’’ पुस्तक दादाभाई नौरोजी ने ही लिखा था, जिसे ‘‘राष्ट्रीय आन्दोलन की बाइबिल’’ कहा जाता है।
10. (B): महात्मा गाँधी ने जॉन रस्किन की पुस्तक `अनटू दिस लास्ट' अफ्रीका प्रवास के समय पढ़ी थी। इस पुस्तक ने गाँधीजी के जीवन को बदल दिया। इस पुस्तक का वह संदेश जिसने महात्मा गाँधी के जीवन को बदला वह था - व्यक्ति का कल्याण सबके कल्याण में निहित है।
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