सीआईएसएफ के लिए पहली महिला बटालियन


  • गृह मंत्रालय (MHA) ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की पहली महिला बटालियन की स्थापना को मंजूरी दे दी है।
  •  केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की नई महिला बटालियन को "रिजर्व बटालियन" नाम दिया गया है।
  • इस बटालियन का गठन CISF के मौजूदा कार्यबल से किया जाएगा, जिसमें लगभग 2,00,000 कर्मी शामिल होगें ।
  • केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की पहली महिला बटालियन में 1,000 से ज्यादा कर्मी होंगे।

बटालियन की प्रमुख विशेषताएँ:

  1. "रिजर्व बटालियन" का नामकरण:

    • इस महिला बटालियन को "रिजर्व बटालियन" के नाम से पुकारा जाएगा। इसका उद्देश्य सीआईएसएफ की क्षमता को बढ़ाना है और इसे विभिन्न अभियानों या संकटकाल में अतिरिक्त बल के रूप में तैनात किया जा सकता है।
    • यह बटालियन एक रिजर्व के रूप में काम करेगी, जिसका मतलब है कि इसे जरूरत पड़ने पर किसी भी विशेष सुरक्षा आवश्यकता के तहत तैनात किया जा सकता है।
  2. 2,00,000 कर्मियों के मौजूदा कार्यबल से गठन:

    • सीआईएसएफ के लगभग 2 लाख कर्मियों के कार्यबल से इस महिला बटालियन का गठन किया जाएगा। इसका मतलब है कि पहले से मौजूद CISF के कर्मियों में से महिला कर्मियों का चयन कर उन्हें इस नई बटालियन का हिस्सा बनाया जाएगा।
    • यह बटालियन महिला कर्मियों को एकजुट करके उन्हें विशेष सुरक्षा कार्यों के लिए प्रशिक्षित करेगी।
  3. 1,000 से ज्यादा कर्मी:

    • CISF की पहली महिला बटालियन में कुल 1,000 से अधिक महिला कर्मी शामिल होंगी। इन कर्मियों का चयन CISF के मौजूदा कार्यबल से किया जाएगा, और ये महिला कर्मी विशेष रूप से "रिजर्व बटालियन" का हिस्सा बनेंगी।
  4. महिला सशक्तिकरण और समान अवसर:

    • यह बटालियन महिला सुरक्षा बलों के लिए एक नवीन अवसर प्रदान करेगी, जिससे महिला कर्मियों को अपनी क्षमता और कौशल को एक नई दिशा में विकसित करने का मौका मिलेगा।
    • महिला कर्मी इस बटालियन के माध्यम से केंद्रीय सुरक्षा बलों में समान अवसरों के साथ कार्य कर सकेंगी।
  5. प्रशिक्षण और संगठन:

    • "रिजर्व बटालियन" में शामिल महिला कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण और सुरक्षा रणनीतियों के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। इसमें सुरक्षा उपाय, आत्मरक्षा, और संकट प्रबंधन जैसी महत्वपूर्ण क्षमताओं को शामिल किया जाएगा।
    • इस बटालियन के गठन से सीआईएसएफ के अन्य अभियानों में महिला कर्मियों की उपस्थिति और योगदान को और बढ़ावा मिलेगा।
  6. सुरक्षा बलों में महिलाओं की भूमिका:

    • यह कदम महिलाओं को सुरक्षा बलों में अधिक मुख्य भूमिकाओं में लाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा और महिलाओं के लिए सुरक्षा बलों में नौकरी के अवसर और करियर विकल्पों की संख्या में वृद्धि होगी।
    • महिला बटालियन का गठन सुरक्षा बलों में महिलाओं की सहभागिता और नेतृत्व क्षमता को प्रोत्साहित करेगा।

CISF का महत्व:

CISF भारत के सबसे प्रमुख केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है, जो औद्योगिक सुरक्षा, सम्पत्ति की रक्षा, और आत्मरक्षा के कार्यों में संलग्न है। यह बल प्रमुख रूप से गैर-सैन्य प्रतिष्ठानों और ढांचों की सुरक्षा प्रदान करता है। CISF की भूमिका आधिकारिक और नागरिक दोनों प्रकार की सुरक्षा में महत्त्वपूर्ण रही है।

निष्कर्ष:

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की पहली महिला बटालियन की स्थापना महिला सशक्तिकरण और समान अवसरों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह भारतीय सुरक्षा बलों में महिलाओं की उपस्थिति और उनके योगदान को मान्यता देने का एक सशक्त प्रयास है। साथ ही, यह सुरक्षा क्षेत्र में महिलाओं की क्षमता और नेतृत्व को बढ़ावा देगा।

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