प्रतिदिन 10 प्रश्न और उत्तर (Q & A),(24-09-2022)


प्रश्न-


1. कथन (A) : हिन्द महासागर में ग्रीष्म ऋतु में विषुवत रेखीय विपरीत धारा नहीं पाई जाती है।
कारण (R) : ग्रीष्म ऋतु में उत्तरी हिन्द महासागर में दक्षिण-पश्चिम मानसून धारा प्रभावी रहती है।
कूट से सही उत्तर चुनिये :
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R) (A) की सही व्याख्या नहीं है
(c) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है
(d) (A) गलत है, परन्तु (R) सही है

2. भू-पर्पटी में सर्वाधिक पाया जाने वाला तत्व है-
(a) ऑक्सीजन (b) नाइट्रोजन
(c) मैंगनीज (d) सिलिकॉन

3. राष्ट्रीय आय का सामान्य रूप से अर्थ है:
(a) बाजार मूल्य पर शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद
(b) बाजार मूल्य पर सकल राष्ट्रीय उत्पाद
(c) साधन लागत पर सकल राष्ट्रीय उत्पाद
(d) साधन लागत पर शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद

4. गिनी गुणांक माप है–
(a) आय-वितरण की असमानता का
(b) किसी संयंत्र की पूंजी-तीव्रता का
(c) कृषि उत्पादन का औद्योगिक उत्पाद से अनुपात का
(d) द्वितीयक क्षेत्र में रोजगार का तृतीयक क्षेत्र में रोजगार से अनुपात का

5. स्फीति दर में होने वाली तीव्र वृद्धि का आरोप्य कभी–कभी ``आधार प्रभाव'' पर लगाया जाता है। यह ``आधार प्रभाव'' क्या है?
(b) यह तीव्र र्आिथक विकास के कारण तेजी से बढ़ रही माँग का प्रभाव है
(c) यह विगत वर्ष की कीमतों का स्फीति दर की गणना पर आया प्रभाव है
(d) इस संदर्भ में उपर्युक्त (a), (b) तथा (c) कथनों में से कोई भी सही नहीं है
(a) यह फसलों के खराब होने से आर्पूित में उत्पन्न उग्र अभाव का प्रभाव है

6. `वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद्' के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
1. यह नीति आयोग का एक अंग है।
2. संघ का वित्त मंत्री इसका प्रमुख होता है।
3. यह अर्थव्यवस्था के समष्टि सविवेक (मैक्रो–प्रूडेंशियल) पर्यवेक्षण का अनुवीक्षण (मॉनिटिंरग) करता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन–सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1 और 2 (b) केवल 3
(c) केवल 2 और 3 (d) 1, 2 और 3

7. निम्नलिखित में से कौन सी एक संस्था विदेशी वाणिज्यिक उधारी को नियमित करती है?
(a) सेबी (b) वित्त मंत्रालय
(c) वाणिज्य मंत्रालय (d) भारतीय रिजर्व बैंक

8. व्यवहार में खुले बाजार की क्रियाएं भारत में मुख्य रूप से विक्रय से सम्बन्धित हैं, वह है :
(a) विदेशी मुद्रा (b) सरकारी प्रतिभूतियां
(c) व्यापारिक पत्र (d) विनिमय बिल

9. मुद्रास्फीति की शून्य दर उस वर्ष में अवश्य मानी जाती है, जब–
(a) वर्ष के प्रत्येक सप्ताह में मुद्रास्फीति की र्वािषक दर शून्य रहे
(b) वर्ष के प्रत्येक सप्ताह में मुद्रास्फीति की र्वािषक दर घटती जाए
(c) वर्ष में मुद्रास्फीति की र्वािषक दर घटे भी और बढ़े भी
(d) वर्ष के प्रत्येक सप्ताह में मुद्रास्फीति की र्वािषक दर ाqस्थर रहे

10. किसी बैंक और अबैंकीय वित्तीय संस्था (एन. बी. एफ. आई.) के बीच अंतर यह है कि –
(a) बैंक अपने ग्राहकों के साथ सीधा व्यवहार करता है, जबकि अबैंकीय वित्तीय संस्था बैंकों और सरकार के साथ आदान–प्रदान करती है।
(b) बैंक अपने ग्राहकों की पूरी श्रृंखला के साथ वित्त संबंधी अनेक क्रियाकलापों में संलग्न होता है, जबकि अबैंकीय वित्तीय संस्था का मुख्यत: बड़े उद्यमों की आवधिक ऋण आवश्यकता से संबंध होता है।
(c) बैंक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों ही प्रकार के ग्राहकों से लेन–देन करता है, जबकि अबैंकीय वित्तीय संस्था का संबंध मुख्यत: केवल विदेशी कम्पनियों के वित्त से होता है।
(d) बैंक की मुख्य रुचि केवल व्यावसायिक लेन–देन और बचत/निवेश के क्रियाकलापों की सहायता देने में होती है जबकि अबैंकीय वित्तीय संस्था की मुख्य रुचि मुद्रा के स्थिरीकरण में होती है।


उत्तर-



1. (B): उत्तरी पूर्वी मानसून (शरद काल) के समय ही विषुवतरेखीय विपरीत धारा का जन्म होता है जो 2° से 8° दक्षिणी अक्षांशों के मध्य जंजीबार तथा सुमात्रा में प्रवाहित होती है। जून के महीने में (21 जून) सूर्य के कर्क रेखा पर लम्बवत चमकने के कारण न्यून वायुदाब की स्थिति होने पर उत्तरी हिन्द महासागर में दक्षिण-पश्चिम मानसून धारा का प्रवाह होता है।

2. (A): भू-पृष्ठ का निर्माण मुख्यत: आठ तत्वों से हुआ है, ऑक्सीजन, सिलिकन, एल्युमिनियम,लोहा, कैल्सियम, सोडियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम हैं। भू-पृष्ठ के निर्माण में तीन-चौथाई तत्व-ऑक्जीजन और सिलिकन ही है। 

3. (D): राष्ट्रीय आय का सामान्य रूप से अर्थ ‘साधन लागत पर शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद’ है। अत: राष्ट्रीय आय से तात्पर्य अर्थव्यवस्था द्वारा पूरे वर्ष के दौरान उत्पादित अन्तिम वस्तुओं व सेवाओं के शुद्ध मूल्य के योग से है, इनमें विदेशों से अर्जित शुद्ध आय भी शामिल होती है।
4. (A): गिनी-गुणांक आय वितरण की असमानता का माप है। गिनी गुणांक का अधिकतम मूल्य 1 के बराबर होगा तथा न्यूनतम मूल्य शून्य के बराबर होगा। यदि G=0 तो प्रत्येक व्यक्ति को एक ही आय मिल रही है तथा G=1 तो एक ही व्यक्ति पूरी आय प्राप्त कर रहा है गिनी गुणांक को 1992 में इटैलियन सांख्यिक कोरैडो गिनी ने विकसित किया।

5. (C): आधार प्रभाव पूर्व के आंकड़ों का वर्तमान आंकड़ों की गणना पर पड़ने वाले प्रभाव को कहते हैं। स्फीति दर में वृद्धि के संदर्भ में विगत वर्ष की कीमतों का वर्तमान स्फीति दर की गणना पर आया प्रभाव ही `आधार प्रभाव' है।

6. (C): वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद  वर्ष 2008 की वैश्विक  मंदी के पश्चात् की घबराहट का परिणाम थी जिसने सरकार को भारत के सम्पूर्ण वित्तीय क्षेत्र के लिए अन्तर नियामक पर्यवेक्षण हेतु संकेत किया। इन्हीं समस्याओं के निराकरण हेतु दिसंबर, 2010 में FSDC की स्थापना की गई। केंद्रीय वित्त मंत्री इसके अध्यक्ष होते हैं जिसके सदस्यों में RBI के गवर्नर तथा सेबी, इरडा, पीएफआरडीए के अध्यक्षों सहित वित्त सचिव आदि शामिल हैं। यह निकाय नीति आयोग का अंग नहीं है। इस प्रकार प्रश्नगत कथन (1) असत्य है जबकि कथन (2) और (3) सत्य है।

7. (D): रिजर्व बैंक मुख्यतया दो प्रकार के कार्य करता है─(1) नोट–निर्गमन का कार्य तथा (2) सामान्य बैंकिग का कार्य। वह इन दोनों कार्यों को दो अलग–अलग विभागों द्वारा सम्पादित करता है। निर्गमन विभाग रिजर्व बैंक नोट के समय–समय पर समग्र मूल्य के लिए जिम्मेदार होता है तथा उनके मूल्य के बराबर मूल्य की अर्ह सम्पत्तियों को कायम रखता है पर महत्त्वपूर्ण वह है कि चलन में मुद्रा डालने तथा चलन से मुद्रा निकालने या मुद्रा के विस्तार तथा संकुचन का कार्य बैकिग विभाग द्वारा किया जाता है।

8. (B): व्यवहार में खुले बाजार की क्रियाएं भारत में मुख्य रूप से सरकारी प्रतिभूतियों के विक्रय से सम्बन्धित है।
खुले बाजार की क्रियाओं का तात्पर्य देश के केन्द्रीय बैंक द्वारा विभिन्न प्रकार की सरकारी प्रतिभूतियों के क्रय–विक्रय से है। ध्जह शब्द का अर्थ है कि यहां कोई बाध्यता नही है, लोग अपनी इच्छानुसार क्रय–विक्रय की क्रिया में भाग लेते है, इसमें कोई बाध्यता नही है। केन्द्रीय बैंक बाजार में तरलता में वृद्धि करने के लिए प्रतिभूतियों को खरीदती है तथा बाजार में तरलता में कमी करने हेतु प्रतिभूतियों को बेचेगी, जिससे अर्थव्यवस्था में मुद्रा आपूर्ति में कमी हो जाती है और ब्याजदर बढ़ जाता है।

9. (A): दरअसल मुद्रा स्फीति की प्रवृत्तियों की माप सप्ताह–दर–सप्ताह मापी जाती है। अत: शून्य दर की प्राप्ति के लिए उसका उस वर्ष के प्रत्येक सप्ताह में उसकी गति की दर शून्य होनी अनिवार्य है। ऐसी स्थिति में वह न तो स्थिर रहती है और न घटती–बढ़ती है। देश में मुद्रा स्फीति की थोक मूल्य सूचकांक आधारित समग्र दर आंकड़े वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जहां मासिक आधार पर जारी किये जाते हैं, वहीं खाद्य मुद्रा स्फीति तथा फ्यूल एण्ड पावर इन्फ्लेशन के आंकड़े साप्ताहिक आधार पर प्रत्येक वृहस्पतिवार को जारी किये जाते थे। साप्ताहिक आधार पर मुद्रा स्फीति के आंकड़ों का प्रकाशन 2 फरवरी, 2012 से बन्द कर दिया गया है।

10. (B): बैकिंग प्रणाली एक अनुस्यूत श्रृंखला होती है जो ऊपर से नीचे की ओर क्रमश: विस्तृत होती है। इनका प्रमुख कार्य वित्तीय लेन–देन की क्रियाओं को सरकार की औपचारिक नीतियों के संदर्भ में सम्पादित करना है। ये बैंक वित्तीय व्यवस्था के संचालन के साथ–साथ राष्ट्र के सामाजिक, आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वाणिज्यिक बैंक इस श्रेणी में मुख्य रूप से आते हैं। दूसरी ओर अबैंकीय वित्तीय संस्थाएँ सरकार के प्रत्यक्ष नियंत्रण में नहीं होती, तथा व्यावसायिक दृष्टि से अधिकाधिक लाभ की आकांक्षा से कार्य करती हैं। ये बड़े उद्यमों को समय–समय पर ऋण उपलब्ध कराकर उनका सहयोग करती हैं।


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